ॠतु बसंत
ॠतु गोयल की मानवीय संवेदनाओं से जुडे ब्लाग में आप का स्वागत है
Saturday, December 13, 2014
उड़ान
उड़ान
बेशक
तुमने सीख लिया
ज़मी से आसमा उड़ना
अपने दाने चुगना
तिनका -तिनका
नीड़ बना लेना
पर मैं
कहां सीख पाई
तुमको
तुम्हें
सौप देना
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