Friday, October 16, 2020

बापू महात्मा गांधी

तुमको चरखा,खादी और स्वदेशी गीत सदा भाए।
तुम सत्य,अहिंसा, सादगी के साधक बन आए।
साबरमती के संत कहाए आज़ादी भी दिलवाई
तुम ही राष्ट्रपिता,महात्मा औ' बापू कहलाए।


बापू तेरा हर इक बंदर नेकी हमको सिखलाए।
कभी न देखे बुरा, न बोले बुरा, बुरा ना सुन पाए।
नोटों पर तस्वीर तेरी ये राह सत्य की दिखलाए।
फिर भी जाने क्यों जन-जन का चंचल मन भटका जाए।

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