ॠतु गोयल की मानवीय संवेदनाओं से जुडे ब्लाग में आप का स्वागत है
गोपी को रास रचने को मधुवन तो चाहिए रँगने को रंग सावरे सा तन तो चाहिए जीवन यह वृंदावन सा संवर जाएगा मगर इसके लिए एक राधिका सा मन तो चाहिए
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