ॠतु बसंत
ॠतु गोयल की मानवीय संवेदनाओं से जुडे ब्लाग में आप का स्वागत है
Saturday, December 13, 2014
तुम भी तो जीओ
तुम भी तो जीओ
यह
सावन
यौवन
दर्पण
मैंने भी जिए हैं
तुम भी तो कुछ
उल्लास जी लो
बिटिया
कुछ ख़ास जी लो
उम्र भर का
अहसास जी लो
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